मराठी फिल्मों में काम करने वाली मुंबई की एक 64 वर्षीय एक्ट्रेस केवाईसी फ्रॉड (KYC Fraud) का शिकार हुई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक मैसेज के झांसे में आने से उन्हें 1.48 लाख रुपए का चूना लग गया। इस मैसेज में उनसे केवाईसी डीटेल्स अपडेट करने के नाम पर पर्सनल जानकारी मांगी गई थी। तो आइए जानते हैं इस मामले की ज्यादा डिटेल्स, ताकि आप इस तरह के फ्रॉड से बच पायें।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, एक्ट्रेस ने पुलिस को बताया कि उन्हें अपने पति के मोबाइल फोन नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज मिला था। मैसेज एयरटेल के नाम पर भेजा गया और इसमें कहा गया है कि उन्हें केवाईसी डिटेल्स को अपडेट करना होगा। इस मैसेज में उन्हें एक मोबाइल नंबर भी भेजा गया और कहा गया कि KYC प्रक्रिया इसी नंबर पर पूरी की जानी है, अन्यथा नंबर ब्लॉक कर दिया जाएगा। महिला ने नंबर पर फोन किया तो जालसाज ने एयरटेल एग्जिक्यूटिव बनकर बात की।
यह भी पढ़ें: एक्सीडेंट और चालान दोनों से बचा लेगा Google Maps, एक्टिवेट कर लीजिए यह फीचर
ऐसे लगाया महिला को चूना
दरअसल, बातचीत में जालसाज ने महिला से Quick Support नाम का ऐप फोन में डाउनलोड करने के लिए कहा। यह ऐप आपके स्मार्टफोन का ऐक्सेस दूसरे लोगों को दिला देता है। फिर महिला से KYC फीस के रूप में 10 रुपये भेजने के लिए कहा गया। ऑनलाइन ट्रांसजेक्शन के लिए जैसे ही महिला ने अपनी अकाउंट डिटेल्स दर्ज कीं, वह जालसाजों को मिल गईं। थोड़ी देर बाद महिला को शक हुआ और वह एयरटेल स्टोर पर गई, जहां उन्हें बताया गया कि वे अपने ग्राहकों को कभी कोई फोन नहीं करते हैं। इसके बाद महिला अपने बैंक गई और पाया कि जालसाज ने 1.48 लाख रुपये निकालने के लिए उनके क्रेडिट कार्ड डिटेल्स का इस्तेमाल किया है।
यह भी पढ़ें: नया फोन क्यों खरीदना? बदल डालिए सिर्फ 5 सेटिंग्स, पुराना फोन ही दौड़ने लगेगा
KYC फ्रॉड से ऐसे बचें
1. भले ही केवाईसी प्रक्रिया डिजिटल हो, लेकिन कोई भी कंपनी इसे पूरा करने के लिए कोई थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड नहीं कराती है।
2. ग्राहकों को आकर्षक उपहारों के झांसे में नहीं आना चाहिए, जो साइबर अपराधी उन्हें लुभाने के लिए पेश करते हैं।
अपनी बैंक डिटेल्स, क्रेडिट या डेबिट कार्ड डिटेल्स, UPI पिन या ओटीपी को किसी के साथ भी शेयर न करें।
3. लोगों को इस तरह के साइबर अपराध का सामना करने या किसी एक का शिकार होने पर तुरंत अधिकारियों को रिपोर्ट करनी चाहिए।
4. जो लोग शिकायत दर्ज करना चाहते हैं वे राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल साइबर cybercrime.gov.in पर जा सकते हैं