कांग्रेस हाईकमान अब बागियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाता दिख रहा है। पार्टी की अनुशासन समिति ने पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ को नोटिस भेजा है। इसके अलावा केरल के सीनियर नेता केवी थॉमस को भी नोटिस दिया गया है। दोनों ही नेताओं से एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा गया है। सुनील जाखड़ को पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर लगातार बयान देने और केवी थॉमस को हाईकमान की रोक के बाद भी सीपीएम के सेमिनार में जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। सुनील जाखड़ ने चुनाव से पहले खुद के हिंदू होने के चलते पंजाब का सीएम न बनाए जाने की बात कही थी। उनके इस बयान की काफी चर्चा हुई थी।
इसके अलावा केवी थॉमस को पार्टी हाईकमान ने सीपीएम के सेमिनार में जाने से मना किया था, लेकिन उन्होंने अनुशासन को तोड़ते हुए उसमें जाने का फैसला लिया। पार्टी की ओर से ऐसी ही रोक सीनियर नेता शशि थरूर पर भी लगाई गई थी, लेकिन वह उससे बंधे रहे। ऐसे में केवी थॉमस को लेकर कांग्रेस की केरल यूनिट भी लगातार सवाल उठा रही थी। केरल यूनिट ने हाईकमान से उनके इस रवैये को लेकर शिकायत भी की थी, जिसके बाद हाईकमान ने उन्हें हिदायत दी थी कि वह सीपीएम की ओर से आयोजित हो रहे सेमिनार में हिस्सा न लें।
Disciplinary committee of AICC sent notice to Congress leader Sunil Jakhar for his statements against party line & party leader KV Thomas for attending seminar held at Party Congress of CPIM on April 9. Seeks reply to notices within a week: Tariq Anwar, member of the committee pic.twitter.com/i2ytTrg4f6
— ANI (@ANI) April 11, 2022
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गौरतलब है कि सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। चुनाव से कुछ महीने पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफे के बाद सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री पद की रेस में माना जा रहा था, लेकिन उनके स्थान पर हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी पर दांव लगाया था। वह चन्नी पर भी लगातार हमले करते हुए दिखाई दिए थे। हाल ही में एक इंटरव्यू में भी उन्होंने चन्नी को लेकर कहा था कि हाईकमान को यह सोचना चाहिए था कि किसे कहां रखा जाना चाहिए। उनके इस बयान को दलित विरोधी बताते हुए उन पर निशाना साधा गया था।