2022 की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पांच मैचों की एशेज सीरीज में 4-0 से करारी हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच में से चार मैचों खेलकर 2-1 से मेजबान टीम को हराया था। ऐसे में इंग्लैंड की टीम के टेस्ट कप्तान जो रूट पर कप्तानी छोड़ने का दबाव था, लेकिन वे चाहते थे कि टीम की कप्तानी करें। हालांकि, जब वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड की टीम को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से हार मिली तो इंग्लैंड की टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एक आवाज में उनसे कप्तानी छोड़ने की अपील करने लगे, लेकिन जो रूट अभी भी कप्तानी को लेकर पैशनेट हैं।
इंग्लैंड की टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन, माइकल एथर्टन, नासिर हुसैन और स्टीव हार्मिसन समेत दर्जनों क्रिकेटर और क्रिकेट पंडितों ने इस बात की दलील दी है कि जो रूट को टेस्ट कप्तानी छोड़ देनी चाहिए या फिर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड को उनसे कप्तानी छीन लेनी चाहिए। हालांकि, वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद जो रूट ने जोर देकर कहा कि वेस्टइंडीज के मिली हार के बाद इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है। उन्होंने मैच के बाद कहा, “मैं इस टीम को आगे ले जाने के लिए बहुत उत्साहित हूं। मैंने इस मैच से पहले यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया था और यह डगमगाने वाला नहीं है।”
जो रूट ने कहा, “मुझे लगता है कि मैंने इस विषय पर काफी बात की है। हमेशा की तरह, आप अपने आस-पास के लोगों का उपयोग करते हैं जिन पर आप भरोसा करते हैं और जब से मैंने भूमिका निभाई है तब से ऐसा ही है। मैं इनमें से किसी भी बात (ऑफ-फील्ड) को कंट्रोल नहीं कर सकता। मैं केवल इतना कंट्रोल कर सकता हूं कि जब इस टीम की कप्तानी करने का अवसर मिले, तो सब कुछ उस पर झोंक दिया। मैं इंग्लैंड की जीत में मदद करने के लिए कुछ भी करूंगा। यह बदलने वाला नहीं है। मुझे नहीं लगता कि यह कभी आपके हाथ में है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि टीम मेरे साथ है। हम बहुत अच्छी चीजें कर रहे हैं और हमें इसे अभी परिणामों में बदलने की जरूरत है। मुझे पता है कि यह एक परिणाम-आधारित बिजनेस है, लेकिन ऐसा नहीं लगता कि हम रिजल्ट बदलने से बहुत दूर हैं।”