पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को पूरी तरह स्वायत्त संस्था बनाने की बात की जिसके मामलों में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। अफरीदी का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब सरकार और प्रधानमंत्री के बदलने से मौजूदा चेयरमैन रमीज राजा के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। अटकलों का दौर जारी है कि उन्हें ऐसे व्यक्ति से हटा दिया जाएगा जो नए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की पसंद का होगा।
पाकिस्तानी क्रिकेट में देश का प्रधानमंत्री स्वत: ही पीसीबी का सरंक्षक नियुक्त हो जाता है और वह दो उम्मीदवारों को नामांकित करता है जिसमें से एक को आमसभा चेयरमैन चुनती है।
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अफरीदी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पीसीबी में सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। चेयरमैन और बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति में सरकार का कोई लेना देना नहीं होना चाहिए। पीसीबी को पूरी तरह से स्वतंत्र होना चाहिए और इसकी खुद की चुनावी प्रणाली होनी चाहिए जिसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं हो।’
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उन्होंने कहा कि हर बार नया चेयरमैन आता है, वह अपना ही तरीका लेकर आता है। इसे बदलने की बात करते हुए अफरीदी ने कहा, ‘इसलिए पाकिस्तान क्रिकेट समस्याओं का सामना करता है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में यह चीज काफी बड़ी भूमिका अदा करती है क्योंकि अगर बोर्ड नई प्रणाली लेकर आता है तो उसे सुधार देखने के लिये उचित समय देना चाहिए।’