इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने नॉन स्ट्राइकर छोर से गेंद फेंके जाने से पहले बल्लेबाज को रन आउट करने के मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के नियम पर निराशा जाहिर की है। एमसीसी के ये नए नियम 1 अक्टूबर से लागू किए जाएंगे और यह आईसीसी टी20 विश्व कप में भी मान्य होंगे। खेल कानूनों के संरक्षक एमसीसी ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर इस तरह के रन आउट को अनुचित खेल वर्ग से हटाने का फैसला किया है। गेंद फेंके जाने से पहले रन आउट किए जाने को लेकर पहले काफी चर्चा होती रही है और इसे खेल भावना के विपरीत माना जाता रहा था।
So the Mankad is no longer unfair & is now a legitimate dismissal.
Hasn’t it always been a legitimate dismissal & whether it is unfair is subjective?
I think it is unfair & wouldn’t consider it, as IMO, dismissing a batter is about skill & the Mankad requires zero skill. https://t.co/TuVLuHNDLn
— Stuart Broad (@StuartBroad8) March 9, 2022
ब्रॉड ने सोशल मीडिया पर कहा कि मांकडिंग को जायज ठहराने का एमसीसी का फैसला सही नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी तरह के कौशल की जरूरत नहीं होगी। ब्रॉड ने ट्विटर पर लिखा, ‘तो मांकड़ अब अनुचित नहीं रहा और आउट करने का यह तरीका अब लीगल बन गया है। क्या यह आउट करने का वैध तरीका नहीं था और क्या इसका अनुचित होना व्यक्तिपरक था? मुझे लगता है कि यह अनुचित है और मैं इसे सही नहीं मानता। बल्लेबाज को आउट करने के लिए कौशल की जरूरत होती है और मांकड़ के लिए किसी तरह का कौशल नहीं चाहिए।’
सचिन तेंदुलकर ने मांकडिंग नियम का किया WELCOME , जानिए क्या बोले?
ब्रॉड के विपरीत महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने एमसीसी द्वारा इंटरनेशनल क्रिकेट में मांकडिंग को रनआउट की कैटेगरी में लाने के नियम का स्वागत किया। सचिन ने क्रिकेट नियम बनाने वाली इस समिति के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि क्रिकेट एक खूबसूरत खेल है और यह हमें मौजूदा मानदंडों को चुनौती देने और खेल के कानूनों को परिष्कृत करने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि एमसीसी द्वारा पेश किए गए कुछ बदलाव प्रशंसनीय हैं।