Google Play Store पर एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर ऐप्स ने लगभग 15,000 Android यूजर्स का पर्सनल डेटा चुरा लिया। Google ने द्वारा उल्लंघन को पहचानने के बाद Play Store से ऐप्स को हटा दिया। यह खबर चेक प्वाइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट से आई है, जिसमें तीन रिसर्चर्स ने पाया कि हैकर्स ने एंटीवायरस एप्लिकेशन की आड़ में शार्कबॉट एंड्रॉयड स्टीलर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया, जो यूजर्स के पासवर्ड, बैंक डिटेल्स और अन्य पर्सनल जानकारी चुरा रहे थे। प्ले स्टोर पर सभी ऐप्स को 15,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया है।
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पहली बार देखा गया ऐसा Malware
चेक प्वाइंट रिपोर्ट के अनुसार यह मैलवेयर एक जियोफेंसिंग फीचर और चोरी की तकनीक को लागू करता है, जो इसे बाकी मालवेयर से अलग बनाता है। यह डोमेन जनरेशन एल्गोरिथम (डीजीए) नामक किसी चीज़ का भी उपयोग करता है, जो कि एंड्रॉयड मैलवेयर की दुनिया में शायद ही कभी इस्तेमाल किया गया है।
Google Play Store पर इन ऐप्स ने चुराया यूजर्स का पर्सनल डेटा
एंटीवायरस ऐप्स जैसे दिखने वाले यह छह मैलवेयर ऐप्स ने 15,000 से अधिक यूजर्स को शार्कबॉट एंड्रॉयड मैलवेयर से संक्रमित किया, जो क्रेडेंशियल और बैंकिंग जानकारी चुराता है। रिसर्च के दौरान, इसने डिवाइसेज के लगभग 1,000 आईपी पते खोजे। पीड़ित यूजर्स में से अधिकांश इटली और यूनाइटेड किंगडम से थे।
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ये वो छह ऐप हैं जो Corrupted पाए गए और बाद में Google Play Store से हटा दिए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि शार्कबॉट हर संभावित शिकार को लक्षित नहीं करता है, लेकिन चीन, भारत, रोमानिया, रूस, यूक्रेन या बेलारूस के यूजर्स की पहचान करने और उन्हें अनदेखा करने के लिए जियो-फेंसिंग सुविधा का उपयोग करके केवल चुनिंदा लोगों को लक्षित करता है। जब यूजर इन विंडो में क्रेडेंशियल्स इनपुट करता है तो हैकर्स को ट्रान्सफर कर दिया जाता है।